Tuesday, August 23, 2011

बूँद सा!!

बूँद सा किसी की भीगी जुल्फों में उलझ जाऊं
भीगा मैं किसी की भीगी आँखों में भीग जाऊं  
होंठ सा किसी के होठों से बूँद- बूँद उठाऊँ   
आज फिर तमन्ना जवान है
और दिल भरा- भरा सा है  
आज फिर बारिश है बाहर   
और दिल हरा- हरा सा है! 

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