whiterblues
Sunday, October 30, 2011
पल भर
पल भर
आँख बंद कर देख ना सका खुद को
कितने टुकड़े कर दिए मेरे
आईने को तोड़ कर
खुद को छूने की
एक ख्वाहिश ने मेरी...
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