Monday, August 29, 2011

तेरी याद...


कितने दिन बीत गए
और कितनी राते बे-नैन हुई
ना मै भुला हूँ तुम्हे
ना तेरी याद भुला पाई है मुझे!


1 comment:

  1. ना तेरी याद भुला पाई है मुझे।
    इस पंक्‍ति‍ का अर्थ बहुत अच्‍छा अहसास देता है।

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